मेरी सौतेली बहन और मेरे पास एक गुप्त व्यवस्था है। जब कोई नहीं होता है, तो हम अपनी निषिद्ध इच्छाओं में लिप्त होते हैं। वह मेरे हर धक्के को तरसती है, उसकी कराहें खाली हॉल में गूंजती हैं। हमारी गुप्त मुलाकात को स्पष्ट विवरण में कैद किया गया है, जो हमारी निजी दुनिया में एक आकर्षक झलक है।