अलुरा और डॉली, दो तेजस्वी लोमड़ियां, रसोई में एक भावुक त्रिगुट को प्रज्वलित करती हैं। उनका कामुक नृत्य तब सामने आता है जब वे मौखिक आनंद में लिप्त होते हैं, जो एक कामुक प्रेम-प्रसंग तमाशा में बदल जाता है, जिससे विनम्रता की कोई गुंजाइश नहीं रह जाती है।