एक तेजस्वी सुनहरे बालों वाली लड़की ट्रेन की सवारी करती है, तीव्र मौखिक और आत्म-आनंद में लिप्त होती है। वह कुशलता से फुहारें निकालती है और विलाप करती है, उसका शरीर परमानंद में छटपटाता है क्योंकि वह अपने हर इंच की खोज करती है, जिससे कोई भी इच्छा अधूरी नहीं रह जाती है।