स्कूल के बाद मैंने अपनी 18 साल की गर्लफ्रेंड की मम्मी के साथ खुद को अकेला पाया.हमारी सुस्त निगाहों का आदान-प्रदान होने से तनाव स्पष्ट हो गया था.एक मासूम सी बातचीत की शुरुआत जो हुई वो जल्दी ही एक गर्म मुठभेड़ में बदल गई, जिससे मैं बेदम और संतुष्ट हो गया.