एक मरीज की सेक्सोलॉजिस्ट उसकी इच्छाओं के आगे झुक जाती है, जो पेशेवरता से परे एक भावुक भूमिका में संलग्न होती है। उनकी गर्म मुठभेड़ अंतरंग से लेकर चरम तक होती है, जिससे कोई वर्जित नहीं होता है, यह साबित होता है कि चिकित्सक भी उनकी गहरी इच्छाओं के शिकार हो सकते हैं।